बच्चों की अपनी दुनिया होती है.
उनकी दुनिया में प्रेम और सत्य का राज्य होता है.
बच्चों की दुनिया मैं आइये, इस राज्य मैं आप का स्वागत है.
आज के बच्चे कल एक उन्नत भारत का निर्माण करेंगे. क्या आप कह सकते हैं कि आप अपने बच्चों का आदर्श बन पाये हैं?
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Aaaksh se Pare Naye Ghar mai,Tiranga Chala Hai Aaaj,
Chunotiyon ke garjan ko svikaar karte hue,
uday ke svaymvar kaa aagaj !
Kathan said... Thursday, October 23, 2008
दीपावली की हार्दिक शुभकामना
Anonymous said... Saturday, October 25, 2008
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!
महेश लिलोरिया said... Tuesday, October 28, 2008
चंद्रयान पर ही मैंने कुछ लिखा है.
कृपया अवश्य पढ़ें और अपनी टिप्पणी भी छो़ड़ें
Aadarsh Rathore said... Saturday, November 01, 2008
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